
खरसिया में कोयले के जहरीले धुएं से दम घुटने की नौबत आ गई है! अदाणी पावर, रेलवे प्रशासन और जिला प्रशासन की मिलीभगत से घनी आबादी के बीच रातों-रात अवैध लोडिंग-अनलोडिंग का खेल जारी है। लोग बीमार हो रहे हैं, बच्चे दम घुटने की शिकायत कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है!
जनता की सेहत से खिलवाड़! कब तक चलेगा कोयले का काला कारोबार?
रेलवे मालधक्का में धड़ल्ले से हो रही कोयले की लोडिंग-अनलोडिंग से पूरा इलाका धूल और धुएं में तब्दील हो गया है। चार साल पहले बंद हुई कोयला साइडिंग को फिर से चालू कर दिया गया, जिससे आसपास के घर, स्कूल, मंदिर, गुरुद्वारे और तालाब सब जहरीले प्रदूषण की चपेट में आ गए हैं। हर रोज हज़ारों लोग कोयले के काले जहर को सांसों में भरने को मजबूर हैं।
रात के अंधेरे में मौत का खेल, जनता की तकलीफों से बेखबर प्रशासन!
यह पूरा खेल रात के अंधेरे में होता है। जब लोग गहरी नींद में होते हैं, तब कोयले की लोडिंग-अनलोडिंग का गोरखधंधा शुरू होता है। इलाके में रह रहे हज़ारों लोग तेज़ आवाज़ों और प्रदूषण से पूरी रात सो नहीं पाते। पर प्रशासन इस पर चुप्पी साधे हुए है!
रेल रोको आंदोलन की चेतावनी, बड़ा आंदोलन होगा!
भाजपा नेता तरुण सिंह ठाकुर और मोनू केसरी ने प्रशासन को सीधी चेतावनी दी है— या तो इस अवैध कोयला कारोबार को बंद करो, वरना जनता सड़कों पर उतरकर बड़ा आंदोलन करेगी!
रेलवे और अदाणी पावर को खरसिया की जनता के गुस्से का सामना करना पड़ेगा। जनहित से खिलवाड़ अब और नहीं चलेगा!
अदाणी-अंबानी की मनमानी नहीं चलेगी!
जनता अब जाग चुकी है! खरसिया की सड़कों पर जल्द ही उग्र आंदोलन देखने को मिल सकता है। रेल रोको आंदोलन, धरना-प्रदर्शन, और सरकार को घेरने की रणनीति तैयार हो चुकी है।
प्रशासन को चेतावनी—अगर जल्द ही कोयले की अवैध लोडिंग-अनलोडिंग बंद नहीं हुई, तो खरसिया में ऐसा जनसैलाब उमड़ेगा कि कंपनियों को भागने की जगह नहीं मिलेगी!
