धरमजयगढ़ का शासकीय अस्पताल इस समय गंभीर अव्यवस्था का शिकार है। स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर यहां बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है, जिससे अस्पताल में आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

    चिकित्सा उपकरणों की कमी और खराब स्थिति:
    अस्पताल में एक्स-रे मशीन पूरी तरह से काम नहीं कर रही है। ऐसे में गंभीर चोटों और बीमारियों का सही इलाज करने में कठिनाई हो रही है। यह स्थिति उन मरीजों के लिए खासतौर पर चिंताजनक है, जिन्हें तत्काल मेडिकल जांच की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, अस्पताल में न तो पर्याप्त संख्या में डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी मौजूद हैं, न ही किसी प्रकार की इमरजेंसी सेवा की सही व्यवस्था है।

    ठंडी और स्वच्छ जल की समस्या:
    गर्मी के मौसम में अस्पताल में ठंडे पानी की व्यवस्था तक नहीं है। मरीज और उनके परिजन बर्फ के पानी के लिए परेशान हैं, क्योंकि अस्पताल में पीने के पानी की भी सही व्यवस्था नहीं की गई है। इसकी वजह से लोगों को अस्वस्थ परिस्थितियों में उपचार प्राप्त करने के लिए मजबूर किया जा रहा है।

    प्रशासन की अनदेखी और गंभीरता की कमी:
    स्थानीय प्रशासन इस गंभीर स्थिति की ओर पूरी तरह से अनदेखा कर रहा है। अस्पताल की दशा में सुधार के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। यह प्रशासन की उदासीनता और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की लापरवाही का परिणाम है कि अस्पताल में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं।

    मरीजों के लिए बढ़ती मुश्किलें:
    इस निराशाजनक स्थिति के कारण, अब मरीजों और उनके परिजनों को अस्पताल में इलाज करवाने से डर लगने लगा है। लोग अस्पताल आने से कतराने लगे हैं क्योंकि उन्हें डर है कि यहां कोई इलाज सही तरीके से नहीं होगा और उन्हें और भी मुश्किलें उठानी पड़ेंगी।
    अब भी कोई सुधार नहीं, तो होगा गंभीर संकट:
    धरमजयगढ़ के नागरिक अब उम्मीद लगाए हुए हैं कि प्रशासन इस ओर ध्यान देगा और अस्पताल की अव्यवस्था को सुधारने के लिए शीघ्र ठोस कदम उठाएगा। यदि स्थिति यथावत रही, तो यह अस्पताल स्थानीय समुदाय के लिए एक गंभीर स्वास्थ्य संकट का कारण बन सकता है, जो और भी मरीजों की जान को जोखिम में डाल सकता है।

    कितनी देर तक ये समस्याएं बढ़ती रहेंगी, और कब मिलेगा समाधान?
    ध्यान देने योग्य बात यह है कि स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति में सुधार न होने से धरमजयगढ़ में आने वाले दिनों में स्वास्थ्य संकट गहरा सकता है। इस अस्पताल की सुधारात्मक दिशा में प्रशासन की तत्काल पहल की जरूरत है। यह अस्पताल अब सिर्फ एक इलाज का केंद्र नहीं, बल्कि स्थानीय लोगों के विश्वास और सुरक्षा का प्रतीक बन चुका है। प्रशासन को इसे इस स्थिति में न देखना चाहिए, जहां मरीज इलाज से ज्यादा असुविधाओं का सामना करें।

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    संपादक: राजीव अग्रवाल, धर्मजयगढ़ - "ताज़ा खबरें, सटीक जानकारी! हमारे न्यूज़ पोर्टल पर पाएं देश-विदेश, राजनीति, खेल, मनोरंजन और व्यापार से जुड़ी सबसे नई और विश्वसनीय खबरें, बिल्कुल तेज़ और सही अंदाज़ में।"

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