धरमजयगढ़ – नगर में सिद्धि समाज द्वारा सिंधी समाज के इष्ट देव श्री झूलेलाल जी महाराज की जयंती एक भव्य धार्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजन हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। इस पावन अवसर पर समाज के गणमान्य व्यक्तियों, वरिष्ठजनों तथा युवाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया, जिससे कार्यक्रम का गौरव और भी बढ़ गया। इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए सिंधी समाज के नवयुवक उत्सव समिति प्रमुख रमेश चैनानी ने विस्तार से जानकारी दी !


धार्मिक अनुष्ठान और समाजसेवा का अनूठा संगम
इस आयोजन में सिंधी समाजी बंधुओं के सहयोग से विशेष धार्मिक अनुष्ठान किए गए, जिसमें समाज के सभी वर्गों ने श्रद्धा भाव से भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान समाजसेवा और धर्म के महत्व पर भी चर्चा की गई, जिसमें वक्ताओं ने एकजुटता और सेवा-भाव को समाज की शक्ति बताया।
युवा शक्ति की प्रेरणादायक भागीदारी
सिद्धि समाज की युवा पीढ़ी ने भी इस आयोजन में उल्लेखनीय भूमिका निभाई। उनकी सक्रिय भागीदारी ने आयोजन को और अधिक प्रभावशाली बना दिया। युवाओं ने समाजसेवा और संगठन की भावना को सुदृढ़ करने का संकल्प लिया, जिससे समाज का भविष्य और उज्ज्वल होने की संभावना है।
आयोजन को मिली अपार सराहना
नगरवासियों और समाज के अन्य सदस्यों ने इस विशेष आयोजन की भूरी-भूरी प्रशंसा की। यह कार्यक्रम केवल धार्मिक अनुष्ठान तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि इसके माध्यम से समाज में सौहार्द और एकजुटता का संदेश भी दिया गया।
कार्यक्रम के अंत में, सामूहिक भोज का आयोजन किया गया, जिसमें सभी ने आत्मीयता के साथ भाग लिया और आयोजन समिति को उनकी मेहनत के लिए शुभकामनाएँ दीं। इस आयोजन ने सिद्धि समाज की एकता और सेवा-भावना को एक नई ऊँचाई दी, जो आने वाले समय में और भी प्रेरणादायक सिद्ध होगी।