संचालक की मनमानी से गरीब बेहाल, आधा राशन देकर छले जा रहे पात्र हितग्राही!
धरमजयगढ़ के सलका स्थित पीडीएस दुकान (आईडी: 412009085) में गरीबों के हक का राशन खुलेआम लूटा जा रहा है। सरकार हर महीने जरूरतमंदों के लिए अनाज भेजती है, लेकिन इस दुकान के संचालक की मनमानी ने गरीब परिवारों की थाली से निवाला छीन लिया है। कभी राशन मिलता ही नहीं, और कभी आधा देकर अगले महीने का झांसा दे दिया जाता है। आखिर बाकी का अनाज कहाँ जा रहा है?
ग्राम पंचायत के नाम पर चल रहा भ्रष्टाचार
ग्राम पंचायत के अंतर्गत संचालित इस सरकारी राशन दुकान में जो हो रहा है, वह किसी से छुपा नहीं है। गरीब महिलाओं और बुजुर्गों को बार-बार दुकान के चक्कर काटने पड़ते हैं, लेकिन हक का पूरा राशन नहीं मिल रहा। संचालक बेखौफ होकर हर महीने यही खेल खेलता है। जब पीड़ित लोग सवाल पूछते हैं, तो उन्हें धमकाकर चुप करा दिया जाता है।
पेट की आग में जलते गरीब, जवाब देने वाला कोई नहीं
सरकार गरीबों के लिए योजनाएं बनाती है, लेकिन जब तक भ्रष्टाचारी लोग बीच में बैठे हैं, तब तक ये योजनाएं सिर्फ कागजों में ही चलेंगी। राशन मिलने की आस में गरीब परिवार हर महीने दुकान पहुंचते हैं, लेकिन हर बार उन्हें निराशा ही हाथ लगती है। आधा राशन देकर बाकी अगले महीने देने की बात कहना – क्या यही ईमानदारी है? क्या सरकार ने इसी भ्रष्टाचार के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) बनाई थी?
जिम्मेदार कब जागेंगे?
जब तक इस घोटाले की निष्पक्ष जांच नहीं होगी और दोषी संचालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होगी, तब तक गरीबों का निवाला यूं ही छिनता रहेगा। सवाल उठता है – क्या प्रशासन इस लूट पर अंकुश लगाएगा या फिर गरीबों की यह लड़ाई यूं ही जारी रहेगी? पंचायत, जिला प्रशासन और खाद्य विभाग को अब तुरंत हस्तक्षेप कर इस भ्रष्टाचार को रोकना चाहिए, ताकि गरीबों को उनका हक मिल सके! इस मामले में जब धरमजयगढ़ के खाद्य अधिकारी से उनका पक्ष माँगा गया तो उनका कहना था कि मीडिया के माध्यम से उन्हें जानकारी मिली है, और वे अनाज न मिलने वाली बात की जाँच करेंगे!