धरमजयगढ़ नगर पंचायत चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने के चलते छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) ने कड़ी कार्रवाई करते हुए दो कांग्रेस नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। PCC ने इन दोनों नेताओं को निष्कासन का नोटिस थमाते हुए स्पष्ट किया कि अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए कोई जगह नहीं है।
पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप
मिली जानकारी के अनुसार, निष्कासित नेताओं पर आरोप है कि वे पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार का समर्थन करने के बजाय विरोधी गुट को मजबूत करने में लगे थे। पार्टी की अंदरूनी जांच में यह भी सामने आया कि ये दोनों नेता गुप्त रूप से विपक्षी दलों के साथ बैठकें कर रहे थे और निर्दलीय प्रत्याशियों को समर्थन देने की रणनीति बना रहे थे।
PCC की सख्त कार्रवाई
“प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा,”
“कांग्रेस एक अनुशासित पार्टी है, और जो भी इसके मूल सिद्धांतों से भटकेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। धरमजयगढ़ में कुछ नेताओं द्वारा पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ काम करने की जानकारी मिली थी, जिसकी पुष्टि होने के बाद निष्कासन का फैसला लिया गया।”
स्थानीय स्तर पर राजनीतिक हलचल
इस निष्कासन के बाद धरमजयगढ़ की राजनीतिक फिजा गरमा गई है। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का मानना है कि निष्कासित नेताओं की भूमिका को लेकर पहले से ही PCC में शिकायतें पहुंच रही थीं, जिसके बाद जांच कर कार्रवाई की गई।
निष्कासित नेताओं की प्रतिक्रिया
निष्कासित नेताओं ने इस कार्रवाई को एकतरफा बताते हुए कहा कि उन्हें अपनी बात रखने का अवसर नहीं दिया गया। एक नेता ने कहा,
“हमने हमेशा कांग्रेस के लिए काम किया है। कुछ लोगों ने साजिश के तहत हमें फंसाया है। हम अपने भविष्य की रणनीति पर विचार कर रहे हैं।”
भविष्य की रणनीति पर नजर
धरमजयगढ़ नगर पंचायत चुनावों में अब यह देखना दिलचस्प होगा कि यह निष्कासन कांग्रेस के पक्ष में जाता है या विरोधी दलों को फायदा पहुंचाता है। पार्टी की इस कार्रवाई से बाकी नेताओं और कार्यकर्ताओं को सख्त संदेश देने की कोशिश की गई है कि अनुशासनहीनता को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
हो. स.