रायपुर: छत्तीसगढ़ में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कांग्रेस ने बड़ा प्रदर्शन किया है, जिसके चलते भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा है। कांग्रेस का दावा है कि उसने 234 जिला पंचायत सदस्यों का चुनाव जीता है, जबकि जनपद पंचायतों और सरपंचों के चुनाव में भी कांग्रेस समर्थित उम्मीदवारों को अधिक सफलता मिली है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बिना बहुमत के भी भाजपा अपने समर्थित उम्मीदवारों को जिला पंचायत अध्यक्ष बनवाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा कांग्रेस समर्थित सदस्यों पर सरकारी तंत्र के माध्यम से दबाव बना रही है और उन्हें महंगी गाड़ियों जैसे फॉर्च्यूनर, इनोवा और स्कॉर्पियो का लालच दिया जा रहा है।
भाजपा पर जनादेश पलटने का आरोप
शुक्ला का कहना है कि भाजपा सत्ता का दुरुपयोग कर रही है और प्रशासनिक अधिकारियों के माध्यम से कांग्रेस समर्थकों को तोड़ने का प्रयास कर रही है। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस समर्थित 18 जिला पंचायत अध्यक्ष बनने की स्थिति में हैं, जबकि 7 अन्य स्थानों पर भी कांग्रेस समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों के समर्थन से जीतने जा रहे हैं।
ग्रामीण मतदाताओं ने भाजपा को नकारा
कांग्रेस के अनुसार, जनपद पंचायतों के कुल 2932 क्षेत्रों में से 1761 पर कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार जीते हैं। इसके अलावा, 10,187 गांवों में हुए सरपंच चुनावों में से 6,985 पर कांग्रेस समर्थित उम्मीदवारों की जीत हुई है। कांग्रेस का दावा है कि ग्रामीण मतदाताओं ने भाजपा की नीतियों को खारिज कर दिया है और उनके खिलाफ मतदान किया है।
यह पंचायत चुनावी नतीजे संकेत देते हैं कि छत्तीसगढ़ के ग्रामीण क्षेत्रों में भाजपा की पकड़ कमजोर हो रही है, जबकि कांग्रेस का प्रभाव बढ़ रहा है। हालांकि, भाजपा की ओर से इन आरोपों पर अभी कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।